On August 10, 2024
City:
रूद्रपुर।
निकाय चुनाव अक्टूबर में होने की संभावना के बाद चुनावी हलचल तेज हो गई है। राजनीतिक दलों की नजरें अब इस पर लगी हैं कि सीटों का आरक्षण क्या होगा। रूद्रपुर में मेयर बनने का सपना देख रहे कई संभावित दावेदारों ने तैयारियां शुरू कर दी है। कोई सामान्य सीट होने की आस लगाये है तो कुछ दावेदार ओबीसी, महिला, एससी या फिर एससी महिला के लिए सीट आरक्षित होने की उम्मीद लगाये हैं। सामान्य सीट होने की स्थिति में मेयर की सीट के लिए दावेदारों की लम्बी फेहरिस्त है। सीट सामान्य हुई तो मेयर की सीट पर इस बार मुकाबला रोमांचक होने की उम्मीद है। निकाय चुनाव के लिए भाजपा कांग्रेस दोनों ही दलों ने वार्डाे में प्रत्याशियों के चयन के लिए रायशुमारी एक माह पहले ही शुरू कर दी थी लेकिन चुनाव लटकने के चलते प्रत्याशियों के चयन का काम रोक दिया गया था। अब अक्टूबर में चुनाव होने की संभावना के चलते फिर तैयारी तेज हो गयी है। फिलहाल सबकी नजर सीटों के आरक्षण पर है। निकायों के लिए आरक्षण की व्यवस्था पर अभी अंतिम निर्णय लिया जाना बाकी है। एकल सदस्यीय आयोग अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप चुका है। सीटों के आरक्षण के गणित को लेकर संभावित प्रत्याशियों में बेचौनी साफ नजर आ रही है। रूद्रपुर नगर निगम के आरक्षण पर चर्चाओं का दौर फिर शुरू हो गया है। नगर निगम बनने के बाद यह सीट दोनों बार आरक्षित रही है। ऐसे में अब इसे सामान्य सीट घोषित किये जाने का इंतजार कई नेताओं को है। सरकार अब दो पालिकाओं को नगर निगम बनाने की तैयारी कर रही है, जिसके बाद नगर निगमों में आरक्षण का गणित भी बदलने के आसार है। रूद्रपुर में मेयर की सीट सामान्य होने की स्थिति में मेयर बनने के लिए कई दावेदार लाईन में है। खासकर भाजपा के लिए मेयर का टिकट फाईनल करना सबसे मुश्किल होगा। सामान्य सीट होने पर भाजपा के दावेदारों की बात करें तो इसमें भाजपा प्रदेश मंत्री विकास शर्मा, भाजपा नेता भारत भूषण चुघ, अनिल चौहान, सुशील गावा जैसे कई नाम सामने आ रहे हैं। वहीं सामान्य सीट होने पर कांग्रेस से भी कई दावेदारों के नामों की चर्चा है। सामान्य सीट होने पर पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल समीकरण बिगाड़ने की स्थिति में है। ठुकराल अपने भाई संजय ठुकराल को कांग्रेस से टिकट दिलाने के लिए जोर आजमाईश कर रहे हैं। अगर ऐसा हुआ तो मेयर के लिए मुकाबला रोचक होने के आसार है। कांग्रेस से मेयर के लिए मीना शर्मा और सीपी शर्मा के नाम भी चर्चाओं में हैं। वहीं सीट ओबीसी होने की स्थिति में भाजपा से मानस जायसवाल को प्रमुख दावेदार माना जा रहा है। हालाकि ओबीसी से रामप्रकाश गुप्ता, उपेन्द्र चौधरी के समेत कई और नाम भी टिकट की दौड़ में शामिल हैं। महिला एससी सीट होने पर रामपाल सिंह की पत्नी या फिर सुरेश कोली की पत्नी पूर्व मेयर सोनी का टिकट फाईनल होने की चर्चा है।