उत्तराखण्ड सत्य,रूद्रपुर
उत्तराखण्ड एथलेटिक्स एसोसिऐशन की ओर से देहरादून में आयोजित 18वीं उत्तराखण्ड स्टेट एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अंडर-14 आयु वर्ग में होली चाइल्ड स्कूल की छात्रा शगुन सिंह ने लांग जम्प में स्वर्ण पदक अर्जित किया व 60 मी. रेस में रजत पदक अर्जित कर विद्यालय को गौरवान्वित किया। पुलिस लाइन्स स्टेडियम रेसकोर्स में 21 जनवरी से शुरू हुई एथलेटिक्स चैंपियनशिप का उद्घाटन भारतीय एथलेटिक्स कोच गुरूफूल सिंह और देवभूमि द्रोणाचार्य अवार्डी अनूप बिष्ट ने किया। इस दौरान एसोसिएशन के अध्यक्ष व एथलेटिक्स फेडरेशन आॅफ इंडिया के संयुत्तफ सचिव संदीप शर्मा,सचिव केजेएस कलसी, एम.सी. शाह आदि थे। विद्यालय की प्रबंध समिति के प्रबंधक रोहिताश बत्रा, सचिव विकास बत्रा, योगराज बत्रा, एम.डी. पूजा बत्रा, विद्यालय के प्रधानाचार्य मिंटू दुबे, उप-प्रधानाचार्य प्रदीप जोशी, कोर्डिनेटर श्रीमति मंजू अधिकारी, उधम सिंह नगर एथलेटिक्स एसोसिएशन के अध्यक्ष विजेन्द्र चैधरी व विद्यालय के समस्त शिक्षकगणों ने शगुन सिंह व कोच सुधाकर सिंह और शिवम सिन्हा को इस महान उपलब्धि पर बधाई दी व उनके उज्ज्वल भविष्य की।
On January 23, 2021
उत्तराखण्ड सत्य,रूद्रपुर
सितारगंज-टनकपुर एनएच से नेपाल के लिए अंतर्राष्ट्रीय राजमार्ग स्वीकृत हो गया है। नैनीताल-ऊधमसिंहनगर के सांसद एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने सितारगंज- टनकपुर एन.एच से नेपाल को अंतर्राष्ट्रीय राजमार्ग की स्वीकृति मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है। सांसद अजय भट्ट ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग सं0 109 डी जो कि राष्ट्रीय राजमार्ग सं0 125 (नया राष्ट्रीय राजमार्ग-09) सितारगंज-टनकपुर मार्ग में स्थित एन.एच. से नेपाल को अंतरराष्ट्रीय राजमार्ग की स्वीकृति प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की उत्कृष्ट सोच का परिणाम है। सांसद भट्ट ने कहा कि हमारे पड़ोसी देशों से हमारे रिश्ते हमेशा साफ-सुधर रहे हैं और भारत ने मित्रता के सभी मानकों को माना है, नेपाल से हमारे हमेशा से रोटी-बेटी के सम्बन्ध है। सांसद श्री भट्ट ने कहा कि सितारगंज-टनकपुर मार्ग में स्थित जगतबूढा सेतु किमी0, 40 से प्रारम्भ होकर नेपाल बाउण्ड्री पिलर संख्या-802/11 तक में चार लेन का चैडीकरण निर्माण कार्य किया जा रहा है। यह परियोजना नेपाल की ओर से आने वाली महाकाली नदी सेत मार्ग से जुड़ेगी। उक्त परियोजना को सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा 21 सितम्बर, 2020 को ही अनुमोदित कर दिया था। श्री भट्ट ने सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी जी का भी आभार व्यक्त किया है। सांसद श्री भट्ट ने कहा कि उक्त परियोजना राष्ट्रीय राजमार्ग सं0 109 डी में एक रेलवे क्रासिंग पर रेलवे उपरिगामी सेतु का निर्माण कार्य तथा शारदा नदी को पार करने हेतु शारदा नदी सेतु का निर्माण कार्य भी शुरू हो रहा है। सांसद श्री भट्ट ने यह भी अवगत कराया है कि लैण्ड पोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इण्डिया द्वारा इस अतर्राष्ट्रीय सीमा पर इण्टरनेशनल कॉरिडोर की भी सैद्धांतिक स्वीकृति मिल गई है, जो एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। इसके निर्माण के बाद यहा पर दोनों देशों के कॉमर्शियल वाहनों एवं वाणिज्यिक वाहनों का आवागमन प्रारम्म जो जाएगा तथा इसी पोट पर भारत की तरफ भारत के कस्टम विभाग के कार्यालय एव नेपाल की तरफ नेपाल विभाग के कस्टम कार्यालय खलेंगे। इस मार्ग के निर्माण में उत्तराखण्ड सरकार अपनी और से अनापत्ति प्रमाण पत्र दे चुकी है, लेकिन अभी वन विभाग की स्वीकति देनी बाकी है. एन.एच. ए.आई. अतिशीघ वन विभाग में भूमि हस्तातरण के लिए ऑनलाईन आवेदन कर रहा है, जिसके प्रस्ताव तैयार हो रहे हैं। श्री भट्ट ने एन.एच.ए.आई के प्रोजेक्ट डॉयरेक्टर वाईवसी० शर्मा से भारत सरकार की अपेक्षा के अनुरूप निश्चित समयावधि में कार्य सम्पन्न करने के लिए कहा है। सांसद श्री भट्ट ने कहा कि उक्त परियोजना सामरिक एवं आर्थिक दृष्टि से एक अति महत्वपूर्ण परियोजना है, जो कि दो देशों भारत-नेपाल अंतर्राष्ट्रीय सीमा को जोड़ती है, जिससे वाणिज्य वाहनों के आवागमन (यातायात) में सुविधा हो जाएगी एवं दोनों देशों को सामरिक एवं आर्थिक लाभ भी होगा। सासद श्री भट्ट ने बताया कि प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा उक्त परियोजना की निगरानी की जा रही है, जिससे इस अंतर्राष्ट्रीय राजमार्ग के महत्व को समझा जा सकता है।
On January 23, 2021
उत्तराखण्ड सत्य,रूद्रपुर
उत्तराखण्ड अक्षय उर्जा विकास अभिकरण (उरेडा) के द्वारा मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना के क्रियान्वयन हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन विकास भवन सभागार में किया गया। कार्याशाला में जिलाधिकारी श्रीमती रंजना राजगुरू ने बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना राज्य सकार की महत्वकांक्षी योजना है। इसका लाभ अधिक से अधिक लोगों मिल सकंे इसके लिये प्रत्येक ब्लाक स्तर पर इस कार्यशाला की भांति कार्यशालायें करे ताकि सभी लोगों को इस योजना की जानकारी प्राप्त हो सकें और योजना का लाभ ले सकें। उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि इस योजना का व्यापक स्तर पर शोसल मीडिया, प्रिन्ट मीडिया, इलैक्ट्रोनिक मीडिया व अन्य माध्यमो से प्रचार-प्रसार किया जाय। उन्होने सम्बन्धित अधिकारियो को निर्देश देते हुये कहा कि आवेदनो पर सकारात्मक रूप से त्वरित गति से कार्यवाही करें। उन्होने कहा कि बैंक व सम्बन्धित विभाग के अधिकारी आपस में समन्वय स्थापित करते हुये कार्य करें ताकि अधिक से अधिक लोगों को उक्त योजना से लाभान्वित किया जा सकें। उन्होने कहा कि आवेदन के दौरान यदि कोई समस्या उत्पन्न होती है तो सम्बन्धित अधिकारी आपस में वार्ता कर उसका निस्तारण शीघ्रता से करें। उन्होने कहा कि ऐसे लघु एवं सीमान्त कृषकों तथा राज्ये के निवासियों को स्वरोजगार के अवसर प्रदान किये जाने तथा ऐसी भूमि जो कृषि योग्य नही है उस पर सोलर पावर प्लान्ट की स्थापना कर उत्पादित विद्युत को यूपीसीएल को विक्रय करने से आय के साधन विकसित कराने हेतु प्रोत्साहित करना है। उन्होने कार्यशाल में मजूद लाभार्थियों से अनुरोध किया कि अपने-अपने क्षे़त्र में जाकर उक्त योजना के बारे में अन्य लोगों को भी बताये ताकि अन्य लोग भी इस योजना का लाभ ले सके। उप मुख्य परियोजना अधिकारी आरसी पाण्डे ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रो में उर्जा के आवश्यकताओ की पूर्ति तथा वैकल्पिक उर्जा श्रोतो के विकास हेतु प्रदेश के उद्यमशील युवाओ, प्रवासियों एवं कृषकों को स्वरोजगार के अवसर प्रदान किये जाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना संचालित की जा रही है। उन्होने कहा कि ऐसे कृषि भूमि जो बंजर हो रही है उस पर सोलर पाॅवर प्लांट लगाकर आय के साधन विकसित किये जा सकते है। उन्होने कहा कि उक्त योजना के अन्तर्गत 25 किलो वाॅट क्षमता के ही सोलर पावर प्लांट अनुमन्य किये जायेगें। उन्होने कहा कि उक्त योजना के अन्तर्गत सोलर पावर प्लांट की स्थापना के साथ-साथ उक्त भूमि पर मौन पालन तथा फल, सब्जी एवं जडी बूटी आदि का उत्पादन कर अतिरिक्त आय के साधन विकसित किये जा सकते है। श्री पाण्डे बताया कि इस योजना में उत्तराखण्ड राज्य/जिला सहकारी बैंकों द्वारा चयनित लाभार्थियों को अनुमन्यता के आधार पर 08 प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराया जायेगा। इस योजना में सयंत्र की कुल लागत का 70 प्रतिशत तक अंश लाभार्थी को ऋण के रूप में प्राप्त हो सकेगा। उन्होने कहा कि 25 किलो वाॅट क्षमता के सोलर पावर प्लांट से वर्शभर में लगभग 38 हजार यूनिट विद्युत उत्पादन हो सकेगा। इस योजना हेतु उरेडा द्वारा डैडम् व्दसपदम च्वतजंस पर आवेदन किये जा सकते है। इस अवसर पर परियोजना निदेशक हिमांशु जोशी, जिला विकास अधिकारी अजय सिंह, उद्योग महाप्रबन्धक चंचल बोहरा, बी0डी0ओ0 (प्रशिक्षु आई0ए0एस0) जयकिशन, डी0डी0 नथवान, अधिशासी अभियन्ता विद्युत राजेश मौर्य, विनीत, एस0डी0ओ0 अनुज त्रिपाठी, ए0बी0डी0ओ0 एल0डी0 जोशी, आदि सम्बन्धित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
On November 21, 2020
उत्तराखण्ड सत्य,रूद्रपुर
मुख्य सचिव श्री ओम प्रकाश ने वीडियों कान्फ्रेन्सिगं के माध्यम से प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना की प्रगति के सम्बन्ध में प्रदेश के जिलाधिकारियों के साथ समीक्षा की। उन्होने जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के आवेदनों को शीघ्रता से अपलोड कर लिया जाय। उन्होने कहा कि स्वीकृत किये गये आवेदनो पर बैंक सतप्रतिशत ऋण वितरण की कार्यवाही शीघ्र पूर्ण करें। उन्होने कहा कि सभी जिलाधिकारी विशेष ध्यान दे कि इस योजना का उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित करना है। जिलाधिकारी श्रीमति रंजना राजगुरू ने मुख्य सचिव को अवगत कराया कि जनपद में प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अन्तर्गत प्राप्त किये गये आवेदनो के अपलोड करने की प्रक्रियां तीन दिन के भीतर पूर्ण कर ली जायेगी। उन्होने बताया कि जनपद में अभी तक 847 आवेदनो पर ऋण वितरण की कार्यवाही पूर्ण कर ली गयी है व 403 और आवेदन स्वीकृत किये गये है जिनपर पर बैंक द्वारा आवश्यक कार्यवाही शीघ्र ही पूर्ण कर ली जायेगी। उन्होने कहा कि बैंको द्वारा अवगत कराया गया है कि यूपीआई कोड प्राप्त न होने के कारण कार्य में दिक्कत हो रही है, जिसके लिये सम्बन्धित बैंको अपने आरओ कार्यालय से शीघ्र वार्ता करते हुये उक्त समस्या का जल्द से जल्द निस्तरण करने के निर्देश दिये गये है। जिलाधिकरी ने वीसी के उपरान्त सम्बन्धित मुख्य नगर आयुक्त, ईओ नगर पालिका व नगर पंचायत को कडे निर्देश दिये कि तीन दिन के भीतर अपने-अपने क्षेत्र में आवेदनो को अपलोड करने की कार्यवाही पूर्ण करें। उन्होने कहा कि यदि कार्य के दौरान किसी को कोई समस्या आती है तो सम्बन्धित एसडीएम को अवगत कराये ताकि समस्या का निस्तारण शीघ्र किया जा सकें। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना को शासन स्तर पर मूल्यांकन एवं अनुश्रवण किया जा रहा है, इस लिये इस योजना के क्रियान्वयन में कोई ढीलाई न बरते। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु खुराना, संयुक्त मजिस्टेªट गौरव कुमार, मुख्य नगर आयुक्त श्रीमति रिंकु बिष्ट, एलडीएम केडी नौटियाल, सहायक लीड बैंक अधिकारी मनोज कुमार, सहायक नगर आयुक्त काशीपुर आलोक उनियाल, अधिशासी आधिकारी जगदीश चन्द्रा, हरिचरण सिंह, अजय कुमार, गणेश सिंह सुयाल, मो0 इस्लाम, संजय कुमार, सरोज गौतम, संजीत मेहरोत्रा, अजय कुमार, फईम खान आदि थे।
On November 21, 2020
उत्तराखण्ड सत्य,रूद्रपुर
मां ज्वाला जी से लाई गयी पावन ज्योति के शहर में पहुंचने पर श्रद्धालुओं ने भजन कीर्तन और मां के जयकारों के साथ ज्योति का भव्य स्वागत किया। नवरात्र पर आगामी नौ दिनों के लिए पावन ज्योति दुर्गा मंदिर में भक्तों के दर्शन के लिए विराजमान होगी।
बतादें साल में दो बार आने वाले नवरात्र पर शहर से दुर्गा यात्रा समिति के बैनरतले श्रद्धालुओं मां वैष्णो दरबार यात्रा के लिए जाते हैं । विभिन्न धर्मिक स्थलों से होते हुए मां वैष्णो देवी के दर्शन के बाद हिमांचल से मां ज्वाला जी की पावन ज्योति भक्तों के दर्शनाथ रूद्रपुर लायी जाती है। कई लोग ज्योत से अपने घरों में ज्योत लेकर नौ दिनों तक अखण्ड ज्योति जलाते हैं। यह सिलसिला कई दशकों से लगातार जारी है। लेकिन पिछली बार चैत्र नवरात्र पर लाॅकडाउन के चलते मां ज्वाला जी की पावन ज्योति शहर में नहीं पहुंच पायी। जिसका भक्तों को बड़ा मलाल रहा। लाॅकडाउन के बाद से ही कोरोना संकट को देखते हुए हिमांचल में मां ज्वाला जी के दर्शन और वहां से ज्योति लाने पर रोक लगा दी गयी थी। इस बार दुर्गा यात्रा समिति के बैनरतले जब श्रद्धालुओं का जत्था मां ज्वाला जी में ज्योत लेने पहुंचा तो वहां पर ज्योति ले जाने व्यवस्था शुरू नहीं हो पायी थी। दुर्गा यात्रा समिति के संयोजक वेद ठुकराल के प्रयासों से ज्वाला जी मंदिर प्रबंधक ज्योति देने के लिए राजी हो गये। लाॅकडाउन के बाद ज्वाला जी से पहली ज्योति मिलने का सौभाग्य रूद्रपुर के श्रद्धालुओं को ही प्राप्त हुआ। इसके साथ ही अन्य क्षेत्रांे से आये श्रद्धालुओं को भी पावन ज्योति मिलना शुरू हो गयी। शुक्रवार की शाम पावन ज्योति को श्रद्धा के साथ शहर में लाया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने गाजे बाजों, भजन कीर्तन और माता के जयकारों के साथ पावन ज्योति और ज्योति लेकर लौटे श्रद्धालुओं का स्वागत किया। ज्योति के पहुंचते ही पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। भजन कीर्तन के उपरांत मां ज्वाला जी की पावन ज्योति को विभिन्न मार्गों से होते हुस दुर्गा मंदिर लाकर विराजमान कराया गया। नवरात्र पर नौ दिनों तक मां दुर्गा मंदिर में पावन ज्योति दर्शनों के लिए विराजमान रहेगी। दसवें दिन मांता की ज्योति को रामनगर के गिरिजा मंदिर स्थित कोसी नदी में विसर्जित किया जायेगा। शहर में पावन ज्योति लेकर लौटे श्रद्धालुओं में संयोजक वेद ठुकराल के अलावा, महंत राजीव ठक्कर, पवन गाबा पल्ली, विक्की कक्कड़ ,विपिन अरोरा,नजीर सिंह, आशीष गंगवार ,प्रिया गंगवार आदि शामिल थे।
On October 17, 2020
बाजार में जाम, और धूल से लोगों को हो रही दिक्कतें
उत्तराखण्ड सत्य,रूद्रपुर
शहर का मुख्य बाजार समस्याओं से उबर नहीं पा रहा है। अतिक्रमण, जाम, और धूल ने मुख्य बाजार का स्वरूप बिगाड़ दिया है। प्रशासन के तमाम दावों के बावजूद शहर की व्यवस्थायें पटरी पर नहीं लौट पायी है। त्यौहारों का सीजन नजदीक होने के बावजूद प्रशासन बाजार की व्यवस्थाओं में सुधार के लिए कोई ठोस कदम उठाता नजर नहीं आ रहा है। करीब दो वर्ष पूर्व हाईकोर्ट के आदेश पर जब शहर में बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हटाये गये तो लगा था कि शहर वासियों को अब बाजार में जाम के झाम से छुटकारा मिलेगा। अतिक्रमण से मुक्त होकर बाजार नये स्वरूप में नजर आयेगा। लेकिन फिलहाल कोई बड़ा सुधार मुख्य बाजार में नजर नहीं आ रहा है। अतिक्रमण हटने के लम्बे समय बाद नगर निगम ने बाजार में नाला निर्माण और फुटपाथ बनाने का काम तो शुरू किया लेकिन यह काम अभी तक खत्म नहीं हो पाया है। नगर निगम के मेयर ने 15 अक्टूबर तक हर हाल में बाजार निर्माण कार्यों को पूरा करने का दावा किया था लेकिन उनका दावा हवाई साबित हो रहा है। शहर की कई गलियों में अभी तक फुटपाथ निर्माण का काम पूरा नहीं हो पाया है। जिसके चलते बाजार में लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आलम यह है कि बाजार में नाला निर्माण और फुटपाथ निर्माण के लिए की गयी खुदाई के कारण पूरा बाजार धूल के आगोश में हैं। धूल के गुबार के चलते जहां बाजार आने वाले ग्राहकों को दिक्कतें उठानी पड़ रही है वही कारोबारियों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। धूल के कारण व्यापारियों का सामान खराब हो रहा है वहीं पूरे दिन धूल में काम करने के कारण लोगों में दमा जैसी रोग पनपने का खतरा मंडरा रहा है। बाजार में अतिक्रमण इस उद्देश्य से हटाया गया था कि बाजार में व्यवस्थायें पटरी पर आयेंगी। लोगों को जाम से नहीं जूझना पड़ेगा। लेकिन बाजार की हालत देखकर कोई सुधार नजर नहीं आ रहा है। जाम की बात करें तो बाजार के हालात पहले से भी बदतर नजर आ रहे हैं। अतिक्रमण हटाकर फुटपाथ के लिए जो जगह खाली करायी गयी थी अधिकांश गलियों में यह फुटपाथ या तो पार्किंग स्थल बन चुके हैं या फिर इनमें व्यापारियों ने अपनी दुकानों का सामान सजा लिया है। जिसके चलते बाजार में जाम की स्थिति पहले की तरह ही बनी हुयी है। व्यापारी एक दूसरे की देखा देखी फुटपाथ पर अपना सामान सजा रहे हैं। जिसका खामियाजा बाजार में खरीददारी के लिए आने वाले लोगों को जाम के रूप में भुगतना पड़ रहा है।
On October 17, 2020
उत्तराखण्ड सत्य,रूद्रपुर
पूर्व सांसद बलराज पासी ने नगर निगम में मेयर रामपाल सिंह के साथ विकास कार्यों को लेकर व्यापक चर्चा की। नगर निगम पहुंचने पर मेयर रामपाल ने पुष्प गुच्छ देकर उनका स्वागत किया। इस दौरान पासी ने मेयर रामपाल द्वारा नगर निगम के माध्यम से नगर के विकास के लिए किये जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि मुख्य बाजार में फुटपाथ निर्माण, सौंदर्यीकरण के अलावा किच्छा रोड पर कूडे के पहाड़ को हटाने और फाजलपुर महरौला में प्रोसेसिंग प्लांट लगाने के लिए जो कार्य किये गये हैं वह सराहनीय है। इससे शहर को कचरे की समस्या से निजात मिलेगी। पूर्व सांसद ने कहा कि रूद्र्रपुर शहर को माॅडल बनाने की दिशा में प्रयास होने चाहिए। शहर में आज भी कई समस्याएं हैं, जिनका निराकरण करने के लिए मजबूत इच्छा शक्ति के साथ काम करना होगा। मेयर रामपाल ने अपने अब तक के कार्यकाल में अब तक किये गये कार्यों पर चर्चा के साथ ही अपनी भावी योजनाओं के बारे में भी पूर्व सांसद से विचार विमर्श किया। मेयर ने कहा कि जनभावनाओं के अनुरूप विकास कार्यों को धरातल पर उतारने के लिए वह निरंतर प्रयासरत है। जनता ने जिन उम्मीदों से उन्हें सेवा का अवसर दिया है उन उम्मीदों पूरा करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी। इस दौरान शिक्षा मंत्री अरविंद पाण्डे के प्रतिनिधि गोपी सागर भी मौजूद थे।
On October 04, 2020
तय सीमा से अधिक बैठाई जा रही है सवारियां,सोशल डिस्टेसिंग की खुलेआम उड़ रही धज्जियां
उत्तराखण्ड सत्य,रूद्रपुर
शहर में कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच टैम्पो चालक की मनमानी शहरवासियों के लिए खतरा बन सकती है। संक्रमण के खतरे के बीच टैम्पो चालक खुलेआम मानकों की धज्जिया उड़ा रहे हैं। टैम्पो चालकों द्वारा अपने वाहनों में तय सीमा से अधिक सवारियों को बैठाया जा रहा है। जिससे सोशल डिस्टेसिंग के नियमों की खुलेआम अनदेखी हो रही है। ऐसी स्थिति में रूद्रपुर की तमाम गलियों में दौड़ रहे टैम्पो कोरोना संक्रमण के संवाहक बन सकते हैं।
कोरोना संक्रमण की रफ्तार अभी लगातार बढ़ रही है। लेकिन अनलाॅक के बाद लोग संक्रमण को लेकर बेपरवाह हो गये हैं। पुलिस प्रशासन ने लोगों को थोड़ी छूट क्या दी अब हर जगह सोशल डिस्टेसिंग और मास्क के नियमों की अनदेखी लगातार जारी है। सार्वजनिक स्थलों में नियमों की अनदेखी का जो आलम दिख रहा है उससे लगता नहीं कि लोगों के दिल में कोरोना का कोई डर है। यह सही है कि लोगों को भय के बजाय कोरोना से लडने के लिए मनोस्थिति को मजबूत करना चाहिए लेकिन लोग मनोस्थिति को मजबूत करने के बजाय लापरवाही अधिक कर रहे हैं। यही वजह है कि कोरोना की रफ्तार तेज होती जा रही है। जिला मुख्यालय पर कोरोना के खतरे को और बढ़ाने का काम टैम्पो चालक भी बखूबी कर रहे हैं। जाम से बचने के लिए प्रशासन ने व्यस्त चैराहों के आस पास टैम्पो चलाने पर पाबंदी लगा रखी है। जिसके चलते टैम्पो चालक गली मोहल्लों से होकर सवारियां ढो रहे हैं। पूर्व में प्रशासन ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए तय किया था कि टैम्पो चालक दो या तीन सवारियां ही बैठायेंगे। साथ ही वाहन में सेनेटाइजर रखना, चालक को खुद मास्क का प्रयोग करना, और सवारियों के लिए भी मास्क को ठीक तरीके से पहनना अनिवार्य किया गया था। यही नहीं टैम्पो चालकों को एक रजिस्टर बनाने के लिए भी कहा गया था उसमें सवारियों के नाम पते दर्ज करने के आदेश दिये गये थे। लेकिन धीरे धीरे अब इनमें से एक भी नियम ठीक तरह से लागू नहीं हो रहा। कई टैम्पो चालक सवारियों से मास्क का ठीक से पालन कराने के बजाय खुद भी मास्क को ठीक से नहीं पहनते। यही नहीं टैम्पो चालक सवारियों को बैठाने में अब सारे नियम कानून ताक पर रख रहे हैं। उन्हें कोरोना का अब जरा भी भय नहीं। संक्रमण केे खतरे से इतर ये टैम्पे चालक सवारियों को ठूंस ठूंसकर ले जा रहे हैं। जिससे संक्रमण का खतरा और बढ़ सकता है। चिंता की बात ये है कि ये टैम्पो चालक अधिकांश सिडकुल में काम करने वाले वर्करों को लाते और ले जाते हैं। इनमें कई लोग यूपी या अन्य प्रदेशों से भी हाल ही में आये हुए हैं। लेकिन टैम्पो चालकों को सिर्फ अपनी कमाई से मतलब है। शिवनगर, ट्रांजिट कैम्प, जगतपुरा, आवास विकास, आदर्श कालोनी, इंदिरा कालोनी सहित तमाम मोहल्लों से टैम्पो चालक सुबह शाम हजारों की संख्या में सवारियों को ढो रहे हैं। इनमें जिस तरह से सोशल डिस्टेसिंग की धज्जियां उड़ रही है उससे आने वाले दिनों में कोरोना संक्रमण का खतरा और बढ़ सकता है।
On September 27, 2020
उत्तराखण्ड सत्य,रूद्रपुर
सेनेटाइजर को घर पर आसानी से चेक कर सकते हैं। आप पता कर सकते हैं कि सैनिटाइजर इस्तेमाल के लिए ठीक है या नहीं। इसके लिए आपको एक चम्मच में गेंहू का आटा लेना होगा। अगर आटा चिपचिपा हो जाता है तो सैनिटाइजर अच्छा नहीं है। अगर आटा सूखा रहता है तो सैनिटाइजर इस्तेमाल के लिए ठीक है। वैसे साबुन से हाथ धोना सबसे अच्छा होता है। हाथ धोते समय यह सावधानी रखे कि साबुन का झाग जब तक न निकलने लगे तब तक रगड़ते रहे और उल्टा, सीधा, फिर मुट्ठी बांधकर, अंगूठे, नाखूनों और कलाई को पूरी तरह से रगड़ कर साबुन से साफ करना है। यही प्रक्रिया सेनिटाइजर में भी अपनाई जानी है।
घर पर तैयार करें सैनिटाइजर
उत्तराखण्ड सत्य,रूद्रपुर
आप खुद सैनिटाइजर बनाना चाहते हैं तो 60 प्रतिशत आइसो प्रोपाइल अल्कोहल या जो रविंग स्प्रिट होती है उसे 10 एमएल उसमें दो से 5 एमएल ग्लिसरीन मिलाया जा सकता है। लगभग 30 एमएल उसमें स्ट्राइल वॉटर मिलाएं। नारियल या बादाम का तेल मिला सकते हैं।
On September 27, 2020
पटरी पर लौट रही जिंदगी पर लगने लगा ब्रेक,उधम सिंह नगर में तेजी से बढ़ते मामले चिंताजनक
उत्तराखण्ड सत्य,रूद्रपुर
उत्तराखण्ड में कोरेाना संक्रमण को लेकर उधम सिंह नगर हाॅट स्पाट बन गया है। जनपद में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 550 की संख्या को पार कर चुका है। चिंता की बात ये है कि उधम सिंह नगर जिले की रिकवरी दर भी प्रदेश के अन्य जनपदों की तुलना में सबसे कम यानि 51 प्रतिशत है। जिले में तेजी से बढ़ रहा कोरोना संक्रमण पटरी पर लौट रही ंजिंदगी पर एक बार फिर ब्रेक लगाने लगा है। बढ़ते मामलों के चलते जिले में लाॅकडाउन फिर बढ़ाने की जरूरत महसूस होने लगी है।
कोरोना को लेकर प्रदेश में एक बार फिर स्थिति बिगड़ती जा रही है। वर्तमान में उधम सिंह नगर जिला कोरोना का हाॅट स्पाट बना हुआ है। बीते एक सप्ताह में ही प्रदेश में मिले कोरोना मरीजों में सबसे ज्यादा मरीज उधम सिंह नगर के हैं। उधम सिंह नगर में वर्तमान में दर्जभर से अधिक कंटेनमेंट जोन बनाये जा चुके हैं। जैसे जैसे मरीज बढ़ रहे है। वैसे वैसे कंटेनमेंट जोनों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। जिले में अब कोरोना के मरीजों की संख्या 650 को पार कर चुकी है। अन्य जनपदों की तुलना में उधम सिंह नगर में रिकवरी दर भी कम यानि करीब 51 प्रतिशत है। जबकि राज्य की रिकवरी दर 78 प्रतिशत है। देहरादून हरिद्वार नैनीताल जिले की तुलना में उधम सिंह नगर जिले में सबसे कम सैंपलों की जांच हुयी है। इसके बावजूद यहां मरीजों का आंकड़ा अधिक है। जिले में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या एक बार फिर प्रशासन के साथ साथ आम लोगों को भी चिंता में डाल रही है। उधम सिंह नगर में 10 दिन पूर्व तक स्थिति इतनी खराब नहीं थी। लेकिन एकाएक कई मामले सामने आने के बाद अब चिंता बढ़ती जा रही है। काशीपुर बाजपुर, जसपुर, के साथ ही किच्छा रूद्रपुर में कई मरीज मिलने के बाद प्रशासन काशीपुर के बाद रूद्रपुर और बाजपुर में भी लाॅकडाउन लगा चुका है। लेकिन इसके बावजूद अभी कोरोना का खतरा कम नहीं हुआ है। बृहस्पतिवार को ही जिले में फिर से दो दर्जन के करीब मामले मिले हैं। यह हाल तब है जबकि अभी जिले में कोरोना टेस्टिंग की रफ्तार बहुत कम है। अगर टेस्टिंग की गति तेज हुयी तो जिले में मरीजों की संख्या का आंकड़ा और भी तेजी से बढ़ सकता है। कोरोना को लेकर पूर्व में जनपद की स्थिति बेहद सुरक्षित मानी जा रही थी। शुरूआत में जब जमातियों की वजह से प्रदेश भर में कई जगह कोरोना के केस तेजी से सामने आये थे उस समय भी उधम सिंह नगर जिले को सुरक्षित माना जा रहा था। तब यहां जो मामले पकड़ में आये थे वह अन्य जनपदों के लोग थे। उसके बाद प्रवासियों की घर वापसी के दौरान जब प्रदेश के अन्य स्थानों पर कोरोना के केस तेजी से बढ़े तब भी उधम सिंह नगर में डराने वाले आंकड़ने सामने नहीं आये थे। लेकिन अब जब प्रदेश के अन्य जनपदों में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार कम हो रही है तो उधम सिंह नगर में मरीजों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। इसके पीछे कहीं न कहीं लापरवाही को भी जिम्मेवार माना जा रहा है। अनलाॅक की प्रक्रिया के बाद जिले में कोरोना से बचाव के उपायों को लेकर लोगों की लापरवाही खुलकर सामने आयी है। प्रशासन द्वारा कोरोना की रोकथाम के नियमों को ताक पर रखकर यहां आये दिन नियमों से खिलवाड़ करके लोगों की जान जोखिम में डाली जा रही है। कहने को शादी विवाह पार्टियों में सीमित लोगों के जाने का नियम है। लेकिन इसके विपरीत जिले में पिछले दिनों आयोजित हुए विवाह समारोहों में तय संख्या से अधिक लोगों के विवाह समारोह या अन्य कार्यक्रमों में शामिल होने के मामले सामने आ चुके हैं। इसका परिणाम भी सबके सामने आ चुका है। काशीपुर, रूद्रपुर में हुए विवाह समारोह में शामिल हुए कई लोग संक्रमित पाये जा चुके हैं। यही नहीं बाजारों में सोशल डिस्टेसिंग का पालन न होना अब आम बात हो चुका है। मास्क को लोग इसलिए टांग रहे हैं ताकि पुलिस चालान न कर दें। जहां पुलिस होती है वहां लोग मास्क लगाकर नजर आते हैं और पुलिस के जाते ही मास्क नाक से नीचे आ जाता है। आलम ये है कि पुलिस चेकिंग ना करे तो बाजार में 90 प्रतिशत लोग बिना मास्क के नजर आयेंगे। हैरानी की बात है कि कोरोना जैसी छुआछूत वाली गंभीर बिमारी को लेकर भी अभी तक जागरूक नहीं हुए हैं। तीन माह तक लगातार लाॅकडाउन झेलने के बावजूद लोग अभी भी इस बिमारी को लेकर बेपरवाह है। लोग खुद का जीवन तो खतरे में डाल ही रहे हैं दूसरों की भी जान जोखिम में डाल रहे हैं। शायद यही वजह है कि अब जिले में काशीपुर, रूद्रपुर, बाजपुर और इनके आस पास के लोगों को दुबारा से लाॅकडाउन झेलना पड़ रहा है और लापरवाहियों की वजह से संक्रमण बढ़ने के कारण पूरे जिले में लाॅकडाउन लगाये जाने की जरूरत महसूस होने लगी है। चिंता इसलिए भी है क्यों कि कोरोना अब कम्यूनिटी ट्रांसमिशन की ओर बढ़ने लगा है। पूर्व में जिले में जो मामले सामने आ रहे थे उनकी टेªवल हिस्ट्री थी। लेकिन अब तमाम ऐसे मामले भी आ रहे हैं जिनकी कोई टेªवल हिस्ट्री भी नहीं है। जिले में कई ऐसे उदाहरण सामने आ चुके हैं कि जो लोग पिछले लम्बे समय से शहर से बाहर नहीं गये लेकिन इसके बावजूद वह संक्रमण की चपेट में आ गये। इससे स्पष्ट है कि कोरोना अब कहीं से भी आ सकता है। पिछले दिनों दुनिया भर के 200 से अधिक वैज्ञानिक कोरोना वायरस के हवा के माध्यम से भी फैलने के भी दावे कर चुके हैं इसके बावजूद सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क जैसी मुख्य जरूरतों को नजर अंदाज करना बेवकूफी से कम है। लोगों की लापरवाही के चलते ही अब व्यापारी भी दुकानें खोलने से डर रहे हैं। यही वजह है कि प्रांतीय उद्योग व्यापार मण्डल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर लाॅकडाउन को दस दिन बढ़ाये जाने की मांग भी की थी। अनलाॅक की प्रक्रिया शुरू होने के बाद जैसे जैसे उधम सिंह नगर में जिंदगी पटरी पर लौटती नजर आ रही थी लेकिन अब फिर से जिंदगी की रफ्तार पर कोरोना न ब्रेक लगा दिया है। रूद्रपुर में ही तीन दिन के लाॅकडाउन से करोड़ों का व्यापार प्रभावित हुआ है। लोगों को डर है कि लाॅकडाउन और बढ़ाया गया तो फिर से भुखमरी के हालात पैदा हो सकते हैं।
On July 21, 2020