On August 10, 2024
City:
उत्तराखण्ड सत्य, रुद्रपुर
एक सप्ताह से लापता निजी अस्पताल की नर्स का राज्य की सीमा पर यूपी से बरामद हुआ है। नर्स की हत्या कर पहचान छिपाने के लिए चेहरे पर कैमिकल डालने व दुष्कर्म करने की आशंका जताई जा रही है। गुस्साए परिजनों और लोगों ने शव रखे एंबुलेंस के साथ निजी अस्पताल के बाहर जमकर हंगामा काटा। जानकारी के अनुसार, गदरपुर के इस्लामनगर निवासी नफीस अहमद की 32 वर्षीय पुत्री तस्लीम जहां नैनीताल रोड स्थित फुटेला अस्पताल में नर्स थी। वह अपनी 11 साल की बेटी के साथ बिलासपुर के डिबडिबा स्थित वसुंधरा कॉलोनी में रहती थी। 30 जुलाई से तस्लीम लापता थी। उसकी बहन यासमीन ने 31 जुलाई को रुद्रपुर कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज करने के बाद सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो वह अंतिम बार 30 जुलाई की शाम वसुंधरा कॉलोनी के पास दिखी। जिसके बाद तस्लीम का कंकाल उसकी कॉलोनी को जाने वाली सड़क के पास एक खाली प्लॉट की झाड़ियों से बरामद हुआ था। परिजनों ने कपड़ों के आधार पर उसकी शिनाख्त की। सूचना पर बिलासपुर और रुद्रपुर कोतवाली की टीम मौके पर पहुंच गई। घटनास्थल यूपी क्षेत्र होने के चलते बिलासपुर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए कब्जे में लिया। यासमीन का शव बेहद बुरी स्थिति में था। उसके हाथ और पैरों के पंजे गायब थे। कमर से नीचे का पूरा हिस्सा सड़ गया था। सिर पर मांस का एक लोथड़ा तक नहीं था। एक हाथ पर बची खाल में लाल और काले धब्बे बने हुए थे। माना जा रहा है कि हत्या करने के बाद शव पर पहचान मिटाने के लिए कैमिकल डाला गया है। शुक्रवार दोपहर पोस्टमार्टम के बाद शव को एंबुलेंस में रखकर फुटेला अस्पताल के बाहर पहुंचे परिजनों ने जमकर हंगामा किया। लोगों की भीड़ देख अस्पताल प्रबंधन ने गेट पर ताला लगाने के साथ ही पुलिस को सूचना दी थी। कोतवाल मनोहर सिंह दसौनी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और आक्रोशित लोगों को समझाने की कोशिश की। पुलिस के समझाने पर परिजन शव लेकर वहां से चले गए।