On August 10, 2024
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अक्टूबर में होंगे निकाय चुनाव, तैयारी में जुटी सरकार, किटकट के दावेदार हुए सक्रिय
उत्तराखण्ड सत्य, रूद्रपुर
प्रदेश में लंबे समय से लटकते आ रहे नगर निकाय चुनावों का इंतजार अब खत्म होने जा रहा है। प्रदेश में दिवाली से पहले अक्टूबर में निकाय चुनाव कराने की तैयारी तेज हो गयी है। ओबीसी आरक्षण से लेकर निकायों के परिसीमन आदि की सभी तेयारियां अगले माह 15 सितम्बर तक पूरी कर ली जायेगी। बता दें नगर निकायों के चुनाव प्रदेश में लम्बे समय से लटकते जा रहे हैं। प्रदेश के नगर निगम नगर पालिका और नगर पंचायतों का कार्यकाल दो सितम्बर को पूरा हो गया था। वर्तमान में सभी निकायों की कमान प्रशासकों के हाथ में हैं। कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल लगातार चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस निकाय चुनाव को लेकर भाजपा पर चुनाव टालने का आरोप भी लगाती रही है। सरकार ने दो जून को निकायों का कार्यकाल समाप्त होने के बाद छह माह के लिए प्रशासकों को कमान सौंपी थी लेकिन इस अवधि में सरकार चुनाव कराने में नाकाम रही जिसके चलते प्रशासकों की तैनाती तीन माह के लिए और बढ़ा दी गयी। इस बीच निकाय चुनाव को लेकर हाईकोर्ट के आदेश आये और सरकार ने इंतिम टाइमलाइन तय कर ली है। सरकार अब दिवाली से पहले यानि अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में निकाय चुनाव कराने की तैयारी में जुट गयी है। इसके लिए 15 सितम्बर तक ओबीसी आरक्षण लागू करने के लिए नियमावली आदि का काम पूरा होगा। निकायों का परिसीमन, वोटर लिस्ट का काम भी तब तक पूरा करने के लिए समय सीमा तय की गयी है। सरकार ने पिछले दिनों ओबीसी आरक्षण लागू करने के लिए मैबिनेट में संशोधन को मंजूरी थी दे दी थी। निकाय चुनाव से पहले सरकार दो निकायों का उच्चीकरण कर उन्हें नए नगर निगम बनाने की तैयारी भी कर रही है। नगर पालिका अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ को नगर निगम बनाने के लिए शासन स्तर से जिलाधिकारी को पत्र भेज दिया गया है। डीएम की ओर से इन निकायों को निगम बनाने के लिए सीमांकन सम्बंधी पूरा प्रस्ताव शासन को भेजा जाना है, माना जा रहा है कि चुनाव से पहले सरकार इन्हें नगर निगम बनाकर उच्चीकरण कर देगी। इसके अलावा कुछ निकायों के परिसीमन में बदलाव की भी तैयारी की जा रही है। रामनगर नगर पालिका और कर्णप्रयाग पालिका के परिसीमन में बदलाव का खाका तैयार किया जा रहा है। जिसमें जिसमें कुछ क्षेत्र जोड़े जायेंगे और कुछ क्षेत्रें को हटाया जायेगा। दो निकायों के उच्चीकरण के बाद प्रदेश में नगर निगमों की संख्या 11 हो जायेगी। नगर पालिका की संख्या 41 और नगर पंचायतों की संख्या 50 होगी। नगर निकाय चुनावों कराने की तैयारी तेज होने के साथ ही नेताओं में भी हलचल तेज हो गयी। निकायों में टिकट के लिए इस बार भाजपा में सबसे अधिक मारा मारी होने के आसार हैं। नगर निगमों में मेयर और पालिका एवं नगर पंचायतों में अध्यक्ष पद पर आसीन होने का सपना संजोये बैठे नेताओं की लम्बी फेहरिस्त नजर आ रही है। चुनाव की तैयारी तेज होने के साथ ही टिकट के दावेदारों ने अपने आकाओं की परिक्रमा शुरू कर दी है। कुल मिलाकर दिवाली से पहले प्रदेश में चुनावी दिवाली मनाने के लिए नेताओं ने भी तैयारी तेज कर दी है।