राष्ट्रीय खेलों का भव्य समारोह में हुआ समापन, गृह मंत्री समेत कई हस्तियां पहुंची
उत्तराखण्ड सत्य,हल्द्वानी
38वें राष्ट्रीय खेलों के समापन समारोह में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सर्वश्रेष्ठ टीमों को मंच पर सम्मानित किया। साथ ही खेलों के आयोजन में अहम भूमिका निभाने वाले कई लोगों को भी सम्मानित किया। केन्द्रीय मंत्री ने सफल आयोजन के लिए सीएम धामी की जमकर तारीफ भी की। इस अवसर पर गृहमंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड के सभी देवी-देवताओं को प्रणाम करते हुए अपना संबोधन शुरू किया। अमित शाह ने उत्तराखंड के सभी खिलाड़ियों को बधाई दी। 38वें राष्ट्रीय खेलों के समापन समारोह में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि मोदी सरकार देशभर में खेलों के लिए विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर और इकोसिस्टम तैयार कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खेलों को बढ़ावा देने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं, जिसका असर मेडल जीतने की संख्या में साफ दिखाई देता है। अमित शाह ने बताया कि 2014 में खेलों का बजट 800 करोड़ था, जो 2025-26 में बढ़कर 3800 करोड़ हो जाएगा। यह खेलों के प्रति मोदी सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि 2014 में भारतीय खिलाड़ियों ने कॉमनवेल्थ गेम्स में सिर्फ 15 पदक जीते थे, जबकि अब यह संख्या 26 तक पहुंच गई है। एशियाई खेलों में 2014 में 57 पदक मिले थे, जो 2023 में 107 तक बढ़ गए हैं। गृहमंत्री ने कहा कि आज हर राज्य खेलों को बढ़ावा देने के लिए आगे आ रहा है। उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्य ने भी शानदार आयोजन कर यह साबित कर दिया कि भारत का हर क्षेत्र खेलों का हब बनने को तैयार है। अगले राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी मेघालय जैसे छोटे राज्य को सौंपी गई है। उन्होंने कहा कि आज खिलाड़ी मोदी जी को ‘खेल मित्र’ कहते हैं, क्योंकि उन्होंने खिलाड़ियों के लिए एक बेहतरीन माहौल तैयार किया है। अमित शाह ने ऐलान किया कि भारत 2036 ओलंपिक की मेजबानी के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि हमने ओलंपिक में मेजबानी का दावा ठोका है और मुझे यकीन है कि जब 2036 में ओलंपिक भारत में होगा, तो हमारे खिलाड़ी मेडल जीतकर देश का तिरंगा ऊंचा करेंगे। उन्होंने उत्तराखंड के खिलाड़ियों से अपील की कि वे कड़ी मेहनत करें और देश को गौरव दिलाने में अपना योगदान दें। अमित शाह ने कहा कि कहा कि महज राष्ट्रीय खेलों के आयोजन से देवभूमि खेलभूमि नहीं बना है बल्कि सीएम धामी ने हर जिले में खेल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया है, सबसे बड़ी बात है कि सीएम धामी ने 21 वें स्थान से देवभूमि को खेल के नक्शे पर सातवें स्थान पर लाने का पुरूषार्थ किया है। उत्तराखण्ड के जो खिलाड़ी आज इतने सारे मेडल जीतकर आये हैं इन्होंने भी देवभूमि को खेल भूमि बनाने का काम किया है। देवभूमि में हुए इस सफल आयोजन गुणगान आज पूरे देश में सुना जा रहा है। इस छोटे से राज्य के लिए इतना बड़ा काम बड़ा कठिन था लेकिन सीएम धामी के नेतृत्व में उत्तराखण्ड ने इस काम को बहुत अच्छी तरह से किया। गृह मंत्री ने खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि जीत का जज्बा और हार से निराश नहीं होना यही खेल का संदेश है। उन्होंने कहा कि यहां हुए इस आयोजन में कई खिलाड़ियों ने रिकार्ड बनाये हैं जिससे अंतर्राष्ट्रीय ख्ेालों में भी भारत के लिए उम्मीद जगी है। उन्होंने कहा कि सफलता सिर्फ शारीरिक क्षमता से नहीं आती कौशल से नहीं आती बल्कि दृढ़ निश्चय और मजबूत मन ही सफलता को प्राप्त कराता है। उन्होंने कहा कि अथक परिश्रम और निरंतर अभ्यास ही आपको आगे ले जायेगी। इससे पूर्व समापन समारोह को केन्द्रीय खेल मंत्री डॉ0 मनसुख मांडविया, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश की खेल मंत्री रेखा आर्या, ओलपिंक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा ने भी सम्बोधित किया। इस दौरान राष्ट्रीय खेलों की मशाल मेघायल के मुख्यमंत्री कॉनराड कोंगकल संगमा को सौंपी गयी। राष्ट्रीय खेलों के समापन की घोषणा ओलंपिंक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा ने की। समापन समारोह के शुभारभ अवसर पर कलाकारों ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर मन मोह लिया। इस अवसर पर केन्द्रीय राज्य मंत्री सड़क एवं परिवहन भारत सरकार अजय टम्टा, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, वित्त एवं शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल एवं आपदा प्रबंधन उत्तराखण्ड के अध्यक्ष विनय रूहेला, सांसद अजय टम्टा सहित तमाम गणमान्य लोग मौजूद रहे।
संस्कृति,संस्कार और गीत संगीत का संगम
38 वें राष्ट्रीय खेलों का समापन समारोह अंतर्राष्ट्रीय स्पोर्ट्स कांप्लेक्स धूमधाम से हुआ। गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में समापन समारोह भव्य और दिव्य रहा। इस दौरान कुमांऊनी लोक संस्कृति, परंपरा, संस्कार और गीत संगीत का सुंदर संगम भी देखने को मिला। समापन समारोह के दौरान स्टेडियम में जबरदस्त उत्साह दिखाई दिया। सीएम ने अमित शाह को शुभंकर मौली भेंट किया। दर्शकों से खचाखच भरे आयोजन स्थल में समापन समारोह का शुभारम्भ मां नंदा-सुनंद के वंदन और जयकारे के साथ हुआ । इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आरंभ मां नंदा-सुनंद के वंदन और जयकारे के साथ हुआ। लोक गायक राकेश पनेरू ने जय हो नंदा देवी… भजन का मधुर गायन किया। खुशी दिगारी ने मैं घास काटूं लो…, अल्मोड़ा अंग्रेज आयो… आदि गीत प्रस्तुत किए। चंद्र प्रकाश ने मैं जा छूं कमला… गीत की सुंदर प्रस्तुति दी। गोविंद दिगारी ने लस्का कमर… झोड़ा-चांचरी, गोविंदी धुंधरू बजेदे छमछमा का गायन किया। नृत्यांगना स्वेता माहरा ने चौता की चौत्वाल, पार भीड़ें की छोरी, क्रीम पौडरा… गीत पर सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया। दर्शक उनकी प्रस्तुति के दौरान जमकर झूमे। संकल्प से शिखर तक की थीम पर आधारित 38वें राष्ट्रीय खेलों की विदाई बेला के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री मनसुख मांडविया, युवा कार्यक्रम एवं खेल राज्य मंत्री रक्षा ििनखल खड़से, मेघालय के मुख्यमंत्री कानराड कोंगकल संगमा, भारतीय ओलिंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा भी मौजूद रहे।