उत्तराखण्ड सत्य,नई दिल्ली
राजधानी स्थित तालकटोरा इंडोर स्टेडियम में 18वां भारत आम महोत्सव पूरे हर्षाेल्लास और भव्यता के साथ संपन्न हुआ। इस आयोजन की पहल कानपुर से सांसद रमेश अवस्थी द्वारा की गई थी, जिसमें देश के कोने-कोने से आए गणमान्य अतिथियों ने हिस्सा लिया और भारत की कृषि विविधता और सांस्कृतिक समृद्धि का साक्षात्कार किया। महोत्सव में आम की सैकड़ों दुर्लभ और विविध प्रजातियों की प्रदर्शनी आकर्षण का केंद्र रही। दशहरी, लंगड़ा, चौसा, फजली, तोतापरी, अमरपुरी, नीलम और इमामपासंद जैसी पारंपरिक किस्मों के साथ-साथ कई हाइब्रिड और जैविक आमों ने दर्शकों का मन मोह लिया। इस विशेष अवसर पर श्री गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास के अध्यक्ष डॉ. राकेश मिश्र भी अपने परिवार सहित महोत्सव में सम्मिलित हुए। उन्होंने आम की विभिन्न प्रजातियों को न केवल देखा, बल्कि उनका स्वाद भी लिया। महोत्सव स्थल पर पहुंचने पर सांसद रमेश अवस्थी ने डॉ. मिश्र एवं उनके परिजनों का आत्मीय स्वागत किया। इस सौहार्दपूर्ण भेंट के दौरान डॉ. मिश्र ने आयोजन की सराहना करते हुए कहा यह महज एक स्वाद का अनुभव नहीं है, बल्कि यह भारत की कृषि विरासत, विविधता और किसानों की अथक मेहनत का जीवंत उदाहरण है। आम हमारी सांस्कृतिक पहचान का हिस्सा है और ऐसे आयोजन किसानों को पहचान देने का कार्य करते हैं। महोत्सव में न केवल आम की प्रजातियां आकर्षण का केंद्र रहीं, बल्कि देश की कृषि परंपरा, फलोत्पादन में नवाचार, और जैविक खेती को बढ़ावा देने के संदेश भी सामने आए। कार्यक्रम के समापन अवसर पर देश के विभिन्न राज्यों से आए आम उत्पादकों को सम्मानित किया गया। सांसद रमेश अवस्थी ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि, भारत आमों की धरती है। हमारी कोशिश है कि इस विरासत को जन-जन तक पहुंचाया जाए और किसान भाई-बहनों को मंच औरबाजार दोनों उपलब्ध कराए जाएं।