नई दिल्ली। भारतीय जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के बलिदान दिवस पर पंडित गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास के अध्यक्ष डा. राकेश मिश्र ने भाजपा मुख्यालय नई दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं के साथ प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
न्यास के अध्यक्ष डॉ. राकेश मिश्र ने डॉ. मुखर्जी के राष्ट्रनिर्माण में दिए गए योगदान को याद करते हुए उन्हें नमन किया। इस अवसर पर डा. राकेश मिश्र ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी न केवल एक कुशल राजनीतिज्ञ थे, बल्कि वे भारत की एकता और अखंडता के लिए आजीवन संघर्ष करने वाले युगद्रष्टा थे। उनका बलिदान हमें यह सिखाता है कि राष्ट्रहित से बढ़कर कोई स्वार्थ नहीं होता। जम्मू-कश्मीर में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान के खिलाफ उनके संघर्ष ने एक भारत, श्रेष्ठ भारत की नींव रखी। हमें उनके विचारों से प्रेरणा लेते हुए राष्ट्र सेवा को ही अपना ध्येय बनाना चाहिए।
डा. मिश्र ने कहा कि यह देश का सौभाग्य है कि आज भारत को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जैसे कर्मयोगी और राष्ट्रनायक का नेतृत्व मिला है, जिन्होंने डॉ. मुखर्जी के विचारों को धरातल पर साकार किया है। डॉ. मुखर्जी जिस जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के लिए बलिदान हुए थे, आज उसी जम्मू-कश्मीर से यह अनुच्छेद पूरी तरह समाप्त हो चुका है। यह ऐतिहासिक कार्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के संकल्प, साहस और दृढ़ इच्छाशक्ति का परिणाम है। यह डॉ. मुखर्जी के सपनों की सच्ची पूर्ति है। उन्होंने कहा कि आज़ादी के 75 वर्षों बाद भारत एक आत्मनिर्भर, सुरक्षित और आत्मगौरव से भरे राष्ट्र के रूप में उभर रहा है, जिसका आधार डॉ. मुखर्जी जैसे विचारकों और प्रधानमंत्री मोदी जैसे कर्मशील नेतृत्व की विचारधारा है।
डा. मिश्र ने कहा कि पंडित गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बताए मार्ग पर चलते हुए समाज के वंचित, जरूरतमंद और युवा वर्ग के बीच राष्ट्रभक्ति एवं सेवा के संस्कारों का प्रचार-प्रसार करता रहेगा।