उत्तराखण्ड सत्य,देहरादून
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में संभावित मंत्रिमण्डल विस्तार और फेरबदल को लेकरर लगाई जा रही अटकलों पर विराम लगा दिया है। उन्होंने मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ बताते हुए कहा कि पत्रकारों को अपनी प्रमाणिकता बनाए रखनी चाहिए और बिना किसी आधार की खबरें चलाने से बचना चाहिए। बता दें पिछले करीब एक माह से कैबिनेट विस्तार को लेकर चर्चाएं चल रही हैं। कुछ दिन पहले ही चर्चा थी कि अप्रैल के पहले हफ्ते यानी नवरात्रें में धामी सरकार का कैबिनेट विस्तार हो सकता है। कुछ दिनों पहले उत्तराखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्टð ने भी साफ किया है कि प्रदेश में कभी भी कैबिनेट का विस्तार हो सकता है। वहीं अब उत्तराखंड बीजेपी के प्रदेश महामंत्री राजेंद्र सिंह बिष्ट ने भी साफ किया था कि कैबिनेट विस्तार और दायित्व दिए जाने को लेकर केंद्र में नेताओं के साथ कई दौर की बैठकें हो चुकी हैं। बैठक में लगभग सब तय हो चुका है। मंत्रियों और दायित्वधारियों की लिस्ट भी फाइनल हो चुकी है। उन्होंने यहां तक कहा था कि अप्रैल के पहले हफ्ते या दूसरे हफ्ते तक कैबिनेट विस्तार हो जाएगा। बीजेपी के पुराने कार्यकर्ताओं को, जो लंबे समय से पार्टी की सेवा कर रहे हैं, उन्हें जिम्मेदारी दी जाएगी। बता दें कि प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे के बाद प्रदेश में उत्तराखंड सरकार में मंत्रियों के रिक्त पदों की संख्या पांच हो गई है। धामी कैबिनेट में पांच जगह खाली होने से मंत्रियों पर भी मंत्रलयों का बोझ बढ़ रहा है। सबसे ज्यादा विभाग इस वक्त खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी देख रहे है। अब अचानक सीएम धामी ने अटकलों पर विराम लगा दिया है। सीएम धाामी ने कहा कि एक महीने से मंत्रिमण्डल विस्तार व बदलाव की खबरें चरही हैं क्या कुछ हुआ। मैं यही हूं धन सिंह भी यही हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि जब भी शुभ मुहूर्त आयेगा आपको भी पता चल जायेगा। उसका आपको बकायदा न्यौता दिया जायेगा। मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद यह साफ हो गया है कि सरकार फिलहाल किसी भी बदलाव के मूड में नही है और आने वाले समय में प्रदेश के विकास के लिए अपने लक्ष्यों पर कार्य करेगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मीडिया समाज का दर्पण होता है और उसकी भूमिका लोकतंत्र में अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। आए दिन बिना किसी ठोस आधार के मंत्रिमण्डल विस्तार या राजनीतिक बदलाव को लेकर चर्चाएं की जाती है, जिससे न सिर्फ सरकार बल्कि आम जनता में भी भ्रम की स्थिति पैदा होती है। उन्होंने कहा कि मीडिया को तत्यपरक और जिम्मेदार रिपोर्टिंग करनी चाहिए ताकि उसकी विश्वसनीयता बनी रहे। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकार अपने तय एजेंडे के अनुसार कार्य कर रही है और राज्य के विकास को प्राथमिकता दे रही है। राजनैतिक अटकलों से अधिक जरूरी जनता से जुड़े मुद्दों पर ध्यान देना है, जिससे राज्य के नागरिकों को सही और सार्थक जानकारी मिल सके। सीएम ने आगे कहा कि उत्तराखण्ड में मीडिया की भूमिका हमेशा प्रभावी रही है और सरकार ने हमेशा मीडिया की स्वतंत्रता का समर्थन भी किया है। जब बिना तथ्यों की पुष्टि किये बेसिर पैर की खबरें फैलाई जाती है तो इसेस पत्रकारिता की साख पर सवाल उठते हैं। उन्होंने कहा मीडिया को अपनी विश्वसनीता बनाए रखने के लिए उत्तरदायित्वपूर्ण पत्रकारिता करनी होगी। धामी के इस बयान के बाद पिछले कुछ दिनों से चल रही मंत्रिमण्डल विस्तार की चर्चाओं पर कुछ हद तक विराम लग सकता है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार का पूरा ध्यान प्रदेश के विकास कार्यों, युवा रोजगार, महिला सुरक्षा, शिक्षा सुधार और पर्यटन क्षेत्र के विस्तार पर केन्द्रित है। उन्होंने कहा कि राजनैतिक गॉसिप की बजाय मीडिया को इन मुद्दों पर ध्यान केन्द्रितत करना चाहिए ताकि जनता को सही जानकारी मिल सके।