स्वामी शंकर्षणाचार्य जी महाराज ने सभी प्रमाण पत्र एवं माला पहनाकर आशीर्वाद दिया
उत्तराखण्ड सत्य,प्रयागराज
महाकुंभ के सफल आयोजन की व्यवस्था मे लगे अधिकारियों व कर्मचारियों के सम्मान हेतु पं.गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास सतना की ओर से परम पूज्य श्री श्री 1008 स्वामी शंकर्षणाचार्य जी महाराज (भीमकुंड धाम) के सानिध्य एवं न्यास के अध्यक्ष डॉ. राकेश मिश्र ने महाकुम्भ की अध्यक्षता में मेलाधिकारी के सभागार में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें मेले की व्यवस्थाओं में लगे अधिकारियों को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर सेवा न्यास अध्यक्ष डॉ. राकेश मिश्र ने बताया कि सेवा न्यास के शिविर में पूरे महाकुम्भ क्षेत्र से 45 दिनों में एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पहुंचकर संगम स्नान किया एवं अष्टोत्तर श्रीमद् भागवत कथा का रसास्वादन किया। स्वामी जी के सानिध्य व आशीर्वाद से सभी श्रद्धालुओं के आवास एवं भोजन की व्यवस्थाएँ भी अच्छी तरह से संपन्न हुईं ।अनेक महानुभाव, बुजुर्ग, महिलाएँ व बच्चे भीड़ के कारण नहीं पहुँच सकें। ऐसे श्रद्धालुओं को संगम तट पर स्नान कराने के लिए विशेष व्यवस्था रविवार को संगम तट पर की गयी जिसका नाम “भूले बिसरों का महाकुंभ मिलन” रखा गया । जिसमें प्रातः सात बजे सतना, लखनऊ, नागपुर, महोबा, दिल्ली से न्यास परिवार के सदस्यो ने मोटर बोट से त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई। बड़े हनुमानजी, अक्षयवट का दर्शन किया।
पं गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास के सम्मान से अभिभूत हूँः मेलाधिकारी
महाकुंभ मेला कार्यालय के सभागार में आयोजित अभिनंदन एवं सम्मान समारोह में मेलाधिकारी विजय किरण आनंद ने कहा कि यह बड़ा आयोजन समाज के योगदान से ही सम्पन्न हो सका है। भगवान की कृपा रही है और जनता का आशीर्वाद रहा है, जिससे यह कुंभ भव्य और दिखते हो चुका है। आज पं. गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास जैसे संस्थाओं ने आत्मीय आभार व्यक्त करने के लिए यहाँ उपस्थित हुए, हम उन सबके आभारी हैं। क्योंकि बिना संस्थाओं के सहयोग के इतने लोगों के भोजन आदि की व्यवस्थाएं करना बहुत ही कठिन होता। सेवा न्यास के अध्यक्ष डॉ. राकेश मिश्र ने अपनी पूरी टीम के साथ डटकर 45 दिनों में देश के 29 राज्यों से महिलाएँ, बच्चे एवं बुजुर्गों की जो सेवा की है वह अभिनंदनीय है।
सेवा न्यास जैसी संस्थाओं के सहयोग से महाकुम्भ ने विश्व रिकॉर्ड बनायेः वाजपेयी
उत्तरी विधायक हर्ष वाजपेयी ने कहा कि यह मेला मेरी विधानसभा में हुआ, जिसने अनेक विश्व रिकॉर्ड बनाकर दुनिया में भारत का नाम गौरवान्वित किया। यह सब यहॉं बैठे परिश्रमी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के कारण ही संभव हो सका है।मैं तहेदिल से सबका धन्यवाद करता हूँ और राकेश भैया का अभिनंदन करता हूँ कि उन्होंने महाकुंभ समाप्त होने के बाद भी यहाँ पर सभी का अभिनंदन समारोह रखा, वह निश्चित रूप से सबके लिए प्रेरणादायी है।
स्मृति चिन्ह, अंग वस्त्र एवं प्रमाण पत्र देकर किया सम्मानित
सम्मान समारोह में सभी अधिकारियों को शॉल, मोती माला, स्मृति चिन्ह, पुस्तक एवं अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। स्वामी शंकर्षणाचार्य जी महाराज ने सभी को प्रमाण पत्र एवं माला पहनाकर आशीर्वाद प्रदान किया। इस अवसर पर उन्होंने सभी अधिकारियों की नाम के साथ एवं काम से प्रशंसा करते हुए सभी के उन्नत जीवन की शुभकामनाएं व्यक्त कीं।जिसमें मेला ओ एस डी सुश्री आकांक्षा राणा, अपर मेलाधिकारी दयानंद प्रसाद, विवेक चतुर्वेदी, संजीव ओझा, विपिन वर्मा, उप-जिलाधिकारी विवेक शुक्ला, उप-मेलाधिकारी अभिनव पाठक, श्रीमती नीलम उपाध्याय एस डीएम, आर आई प्रेम सिंह, मनोज त्रिपाठी,अंबरीश तिवारी सहित लगभग सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट, नायब तहसीलदार, लेखपाल, सफाई कर्मचारी आदि का सम्मान किया। सभी महिलाओं को साड़ी व पुरुष वर्ग के कर्मचारियों को टीशर्ट, माला, भगवान धन्वंतरि का चित्र, छल्ला व कपड़े का थैला प्रदान किये।सभी अतिथियों व कर्मचारियों को दोपहर का भोजन प्रसाद न्यास द्वारा किया गया। सभी सम्मानित सदस्यों ने आभार जताया।
कार्यक्रम का संचालन स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आनंद सिंह ने स्वरचित शेर ओ शायरी से सभी का परिचय कराया। न्यास के प्रयागराज के सदस्य रमेश ओझा, दिलीप चौरसिया, विवेक, राजेश पान्डे, सुमित शुक्ला, डॉ एल. एस. ओझा, डॉ भागवत पान्डे, अतुल गुप्ता, प्रसिद्द गायक गणेश श्रीवास्तव, सन्दीप द्रिवेदी, अतुल अस्थाना, सुभाष केशरवानी, दीपू पांडे, विजय मिश्रा, आसुतोष ओझा(वाराणसी ) एवं सतना से नीलम कुशवाहा, सीलम सैनी, रश्मि सैनी व अनिल सैनी आदि उपस्थित रहे।