उत्तराखण्ड सत्य,नई दिल्ली
वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एसबीके सिंह को दिल्ली पुलिस आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। उन्होंने बुधवार को यह जिम्मेदारी औपचारिक रूप से संभाल ली। एजीएमयूटी कैडर के 1988 बैच के अधिकारी सिंह, वर्तमान पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा के 31 जुलाई को सेवानिवृत्त होने के बाद इस पद पर नियुक्त किए गए हैं। वे अगले आदेश तक इस पद की जिम्मेदारी निभाएंगे। दिल्ली पुलिस आयुक्त का कार्यभार संभालने से पहले एसबीके सिंह होमगार्ड्स के महानिदेशक के पद पर कार्यरत थे। पुलिसिंग और आंतरिक सुरक्षा के क्षेत्र में चार दशकों का अनुभव रखने वाले सिंह को कानून-व्यवस्था की चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारियों का विशेषज्ञ माना जाता है। एसबीके सिंह ने अपने करियर के दौरान कई महत्वपूर्ण पदों पर सेवाएं दी हैं। वे मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) रह चुके हैं। इसके अलावा दिल्ली पुलिस में वे विशेष पुलिस आयुक्त (तकनीक और पीआई), विशेष आयुक्त (कानून और व्यवस्था), विशेष आयुक्त (सुरक्षा), विशेष आयुक्त (खुफिया), संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध), और अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (आर्थिक अपराध शाखा) जैसे कई अहम पदों पर कार्य कर चुके हैं। एसबीके सिंह ने 1990 में दिल्ली पुलिस में सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी। उनका पहला कार्यस्थल सेंट्रल दिल्ली हेडक्वार्टर था, जहां वे दिसंबर 1990 से जून 1991 तक एसीपी रहे। इसके बाद वे करोल बाग में एसीपी (जून 1991 से सितंबर 1992) के रूप में तैनात रहे। अक्तूबर 1992 से अगस्त 1994 तक उन्होंने अरुणाचल प्रदेश के खोंसा में पुलिस अधीक्षक (एसपी) के रूप में कार्य किया। श्री सिंह टेलीकॉम और ट्रांसपोर्ट सेक्टर के एसपी भी रहे हैं। दिल्ली लौटने के बाद उन्होंने साउथ दिल्ली में एडिशनल डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस का कार्यभार संभाला। इसके अतिरिक्त वे नॉर्थ ईस्ट और सेंट्रल दिल्ली में डिप्टी कमिश्नर भी रह चुके हैं। एसबीके सिंह केंद्र सरकार के कैबिनेट सचिवालय में डिप्टी सेक्रेटरी और डायरेक्टर के रूप में भी काम कर चुके हैं। उन्होंने पुदुचेरी में डीआईजी और अरुणाचल प्रदेश में इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (आईजीपी) की जिम्मेदारी भी निभाई। फरवरी 2022 से जून 2022 तक वे दिल्ली पुलिस में विशेष आयुक्त के रूप में कार्यरत रहे। जून 2022 से अब तक उन्होंने होमगार्ड्स के महानिदेशक के रूप में सेवाएं दीं और अब उन्हें दिल्ली पुलिस की कमान सौंपी गई है। राजधानी दिल्ली में कानून- व्यवस्था बनाए रखना हमेशा से एक चुनौतीपूर्ण कार्य रहा है। ऐसे में एसबीके सिंह जैसे अनुभवी अधिकारी की नियुक्ति को एक रणनीतिक निर्णय माना जा रहा है। अब देखना होगा कि वे अपने अनुभव और प्रशासनिक दक्षता के बल पर दिल्ली पुलिस को नई दिशा देने में कितने सफल होते हैं।