पार्षद के टिकट बेचने सहित लगाये कई गंभीर आरोप
रूद्रपुर । निकाय चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस प्रत्याशी मोहन खेड़ा ने हार का ठीकरा महानगर कांग्रेस अध्यक्ष पर फोड़ते हुए उन पर कई गंभीर आरोप लगाये हैं। खेड़ा का आरोप है कि महानगर अध्यक्ष ने न सिर्फ पार्षदों के टिकट बेचे बल्कि कांग्रेस को हराने का भी काम किया। प्रेस वार्ता में कांग्रेस नेता मोहन खेड़ा ने कहा कि इस चुनाव में उनकी लड़ाई सिर्फ भाजपा से नहीं बल्कि अपनी ही पार्टी संगठन के लोगों से भी थी। चुनाव में मुझ पर दोहरी मार पड़ी इसी कारण चुनाव के नतीजे उनके पक्ष में नही आये। मोहन खेड़ा ने कहा कि इस चुनाव में जनता ने उन्हें उम्मीद से अधिक आशीर्वाद दिया। लेकिन उनकी अपनी ही पार्टी के लोग भितरघात करके उन्हें हराने में लगे रहे। इस चुनाव में सत्ता पक्ष के शीर्ष नेता ने अपनी कुर्सी बचाने के लिए सरकारी तंत्र का खुलकर दुरूपयोग करवाया। चुनाव में प्रशासन पूरी तरह सत्ता पक्ष का एजेंट बना रहा। चुनाव के दौरान उनके समर्थकों को दबाव में लिया गया उनकी गिरफ्रतारियां तक की गयी। खेड़ा ने कहा कि मेरी हार का सबसे बड़ा कारण खुद कांग्रेस संगठन रहा। नगर कांग्रेस के लोग उन्हें चुनाव हराने की पुरजोर कोशिश में लगे रहे, जिसमें वह सफल भी हो गये। उन्होनें कहा -कि जो लोग नगर में संगठन को घेरकर बैठे हैं उन्होंने मुझे हराने के लिए भरपूर प्रयास किये। खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस पदाधिकारियों की मंशा नहीं है कि यहां कांग्रेस जीते। उन्होंने कहा कि महानगर अध्यक्ष पूरे चुनाव में पैसे की उगाही करते रहे। पैसे लेकर टिकट बांटते रहे। उन्होंने अपने दलालों को एक एक पार्षद प्रत्याशी के घर भेजा, उनसे पैसे की उगाही की। उनके पास जाकर ये तक कहा कि पार्षद पद के लिए अपना वोट मांगो मेयर के लिए नहीं। मोहन खेड़ा ने कहा कि रूद्रपुर में हाल यह है कि कांग्रेस के खेत को कांग्रेस की बाड़ ही खा रही है। उन्होंने कहा कि जो जबरदस्ती पदों पद बैठे हैं उन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए नहीं तो कल इन्हें धक्के मारकर हटा दिया जायेगा। इन्हें न तो चुनाव लड़ने का तजुर्बा है और ना चुनाव लड़ाने का । मोहन खेड़ा ने कहा कि इन्होने जहां जहां से वसूली की है उसके सारे प्रूफ भी उनके पास आ चुके हैं। मोहन खेड़ा ने कहा कि इस चुनाव में हम पर दोहरी तिहरी मार पड़ी है। हमारी भाजपा से तो लड़ाई थी ही साथ ही कांग्रेस से भी लड़ाई लड़नी पड़ी। उन्हेंने कहा कि भीतरघात से मैं बहुत आहत हू। लेकिन जनता ने जो आशीर्वाद दिया है उसके लिए सदैव जनता का आभारी रहूंगा। उन्होंने कहा कि चुनाव में मेरे जो मुद्दे थे उन मुद्दों पर आज भी कायम हूं। हर मुद्दे पर खड़ा रहूंगा। जहां तक हो पायेगा जनता के साथ रहूंगा। जनता के काम करता रहूंगा। उन्होंने कहा कि मैं चुनाव जरूर हारा हूं। मन से नहीं हारा हूं। जनता की आवाज मजबूती से उठाई जायेगी।