स्मार्ट मीटर और नजूल के मुद्दे को जनता ने नकारा
उत्तराखण्ड सत्य,रूद्रपुर
नगर निगम में भाजपा के टीम वर्क और कुशल रणनीति के आगे कांग्रेस फेल हो गयी। चुनाव में कांग्रेस ने स्मार्ट मीटर नजूल जैसे ज्वलंत मुद्दों को मजबूती से उठाकर भाजपा को कड़ी टक्कर जरूर दी लेकिन जनता ने न मुद्दों को नकार कर ट्रिपल इंजन पर अपना भरोसा जताया। नगर निगम चुनाव में इस बार शुरूआत मे भाजपा का पलड़ा भारी माना जा रहा था। कांग्रेस से मोहन ऽेड़ा का टिकट फाईनल होने के बाद ये कयास लगाये जा रहे थे कि भाजपा आसानी से चुनावी जंग जीत लेगी लेकिन चुनाव नजदीक आते आते कांग्रेस ने स्मार्ट मीटर के मुद्दे से जो माहौल बनाया उससे भाजपा के सामने मुश्किलें ऽड़ी कर दी। पूर्व मंत्री एवं किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ के चुनाव प्रचार में ऽुलकर उतरने से कांग्रेस ने करीब एक सप्ताह में ही मुकाबले को रोमांचक बना दिया। मुख्यमंत्री की रैली के बाद चुनाव से ठीक दो दिन पहले कांग्रेस की विशाल परिवर्तन रैली ने कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनता नजर आ रहा था लेकिन भाजपा प्रत्याशी विकास शर्मा की छवि और पार्टी के नेताओं के टीम वर्क ने सारे समीकरण बदल दिये। कांग्रेस ने इस चुनाव में स्मार्ट मीटर के साथ साथ नजूल के मुद्दे को भी प्रमुखता से हथियार बनाया। शहर में जाम की समस्या, जलभराव की समस्या, कल्याणी नदी की दुर्दशा, मलिन बस्तियों की बदहाली, उजाड़े गये व्यापारियों का पुनर्वास ना होना आदि मुद्दो को भी कांग्रेस ने प्रमुऽता से चुनाव में उठाया। लेकिन कांग्रेस की कोई रणनीति कारगर नहीं हो पायी। स्मार्ट मीटर को लेकर किये जा रहे प्रचार पर अंतिम दौर में भाजपा यह समझाने में कामयाब हो गयी कि स्मार्ट मीटर नहीं लगेंगे। आिऽरकार परिणाम भाजपा के पक्ष में आया और पिछले चौबीस सालों से भाजपा से जुड़े विकास शर्मा के सिर मेयर का ताज सज गया। कुल मिलाकर यह चुनाव एक तरह से ऐतिहासिक रहा। चुनाव परिणाम ने जहां भाजपा को एक बार फिर मजबूती दी है वहीं एक और हार कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है। इस बार कांग्रेस ने चुनाव में एकजुटता दिखाई थी और दमखम के साथ चुनाव लड़ा था लेकिन एकजुट होने के बावजूद कांग्रेस भाजपा के किले में सेंध लगाने में नाकाम रही।