कुमांऊ के पांचों नगर निगमों में लहराया भाजपा का परचम, रूद्रपुर में विकास शर्मा12921 वोटों से जीते
उत्तराखण्ड सत्य,रूद्रपुर
कुमांऊ में नगर निगम की पांच सीटों पर जनता ने ट्रिपल इंजन पर भरोसा जताया है। हॉट सीटों में शुमार रूद्रपुर नगर निगम में भाजपा प्रत्याशी विकास शर्मा ने कांग्रेस प्रत्याशी मोहन खेड़ा को 12 हजार 921 मतों से पराजित किया है। काशीपुर में भाजपा के दीपक बाली ने कांग्रेस के संदीप सहगल को 4970 मतों से पराजित किया। हल्द्वानी नगर निगम में भाजप के गजराज बिष्ट ने कांग्रेस प्रत्याशी ललित जोशी को 3 हजार 894मतों से पराजित किया। अल्मोड़ा में भाजपा के अजय वर्मा, पिथौरागढ़ में भाजपा की कल्पना देवलाल विजयी घोषित हुयी है। इस तरह कुमांऊ में नगर निगम की पांचों सीटों पर भाजपा का परचम लहराया है। निकाय चुनाव में इस बार रूद्रपुर काशीपुर और हल्द्वानी हॉट सीट बनी हुई थी। यहां भाजपा कांग्रेेस के बीच मुकाबला दिलचस्प बना हुआ था। रूद्रपुर मे शह मात के खेल में आखिरकार भाजपा के विकास शर्मा ने बाजी मारी। रूद्रपुर सीट पर इस बार पूरे प्रदेश की निगाहे थी इस सीट पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी थी। दरअसल सीएम धामी ने विकास शर्मा को टिकट दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी, 19 भाजपा नेताओं ने इस सीट पर मेयर के टिकट के लिए दावा किया था, जिसमें मुख्यमंत्री की सिफारिश पर विकास शर्मा पर दांव खेला गया। मतगणना में भाजपा के विकास शर्मा शुरूआत से ही बढ़त बनाये हुए थे। मेयर पद के लिए 25 पोस्टल मत पड़े थे इनमें से 11 विकास शर्मा को और छह मोहन खेड़ा को मिले। पहले राउण्ड में विकास शर्मा ने कांग्रेस के मोहन खेड़ा पर 2445 वोटों से बढ़त बना ली थी। दूसरे राउण्ड में विकास ने मोहन खेड़ा को 3300 मतों से पीछे कर दिया। तीसरे राउण्ड के बाद विकास शर्मा ने 8844मतों से बढ़त बना ली। अंतिम राउण्ड के बाद भाजपा के विकास शर्मा 12 हजार 921 मतों से विजयी हो गये। रूद्रपुर सीट पर जनता ने परिवर्तन को नकार दिया। वार्डों में भी भाजपा का प्रदर्शन शानदार रहा। नगर निगम के वार्ड एक से भाजपा के पवन राणा ने कांग्रेस के रोहित चौहान को पराजित किया। वार्ड नं- 31 में पूजा मुंजाल, वार्ड 33 में सुशील चौहान, वार्ड 10 से मुकेश कुमार रस्तौगी, वार्ड 12 से महेन्द्री शर्मा, वार्ड 14 से जगदीप भाटिया, वार्ड 37 से विष्णु सहित 22 वार्डों में भाजपा प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है। भाजपा ने रूद्रपुर में सधी हुई रणनीति से चुनाव लड़ा। भाजपा को जहां विकास की सौम्य छवि का लाभ मिला वहीं भाजपा की रणनीति भी कारगर साबित हुयी। स्मार्ट मीटर और नजूल मुद्दे पर कांग्रेस ने भाजपा को घेरने की पुरजोर कोशिश की लेकिन भाजपा ने कांग्रेस हर चाल को बेअसर कर दिया। रूद्रपुर में भाजपा के लिए राजकुमार ठुकराल का समर्थन भी मददगार साबित हुआ। मुख्यमंत्री ने ठुकराल से वार्ता कर उनका नामांकन वापस कराकर मास्टर स्ट्रोक खेलने का काम किया। माना जा रहा था कि ठुकराल अगर कांग्रेेस को समर्थन देते या खुद निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरते तो परिणाम कुछ और हो सकता था।