उत्तराखण्ड सत्य,रूद्रपुर
धनतेरस और दिवाली को लेकर शहर के बाजार पूरी तरह सज चुके हैं। रंग-बिरंगी रोशनियों, झिलमिलाती झालरों और आकर्षक सजावटी सामान से दुकानों की रौनक देखते ही बन रही है। बाजारों में भीड़ बढ़ने से व्यापारियों के चेहरे खिल उठे हैं। इस बार ग्राहकों की पसंद में खासा बदलाव नजर आ रहा है। चाइनीज सामान की जगह लोग स्वदेशी उत्पादों को अधिक तरजीह दे रहे हैं। हाथों से बने मिट्टðी के दीये, झूमर और फूलों की लड़ियां सबसे ज्यादा बिक रही हैं। दीयों और सजावटी फूलों की मांग इतनी बढ़ गई है कि कई दुकानदारों ने पहले से ही अतिरित्तफ़ स्टॉक मंगा लिया है। दुकानों में इस बार इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स और सजावटी लाइटिंग प्रोडक्ट्स पर विशेष छूट दी जा रही है। आभूषणों की दुकानों ने ग्राहकों को लुभाने के लिए कई ऑफर निकाले हैं, वहीं बर्तनों की दुकानों में भी नई वैरायटी की भरमार है। बाजार में 50 रुपये से लेकर बीस हजार रुपये तक के सजावटी सामान मिल रहे हैं। गांधी पार्क में लगे स्वदेशी दिवाली मेले में भी लोगों की भीड़ उमड़ रही है। घर-घर में दिवाली की तैयारियां पूरे जोर-शोर से चल रही हैं। लोग सफाई और रंगाई-पुताई के साथ खरीदारी में व्यस्त हैं। मुख्य बाजार और कॉलोनियों में रोशनी से सजी दुकानों का नजारा बेहद आकर्षक है। एलईडी लाइट, इलेक्ट्रिक झालर, जालीदार लड़ियां, प्लास्टिक की लालटेन और नए डिजाइन के स्टार शेप झूमर ग्राहकों को खूब भा रहे हैं। दुकानदारों का कहना है कि इस बार खासतौर पर लंबी लड़ियों की मांग सबसे ज्यादा है। लोग अपने घरों को अलग अंदाज में सजाने के लिए 100 से 150 मीटर तक लंबी लाइटें खरीद रहे हैं। इनमें कलर चेंजर और डबल शेड वाली लड़ियां ग्राहकों की पहली पसंद बनी हुई हैं। इनकी कीमत 35 से 50 रुपये प्रति मीटर तक है, जबकि स्टार और पत्तेदार डिजाइन वाली सजावटी लाइटें 250 से 750 रुपये तक मिल रही हैं। कई ग्राहक दर्जनों की संख्या में लड़ियां खरीद रहे हैं ताकि घर का हर कोना रोशनी से जगमगा उठे। बाजारों में उमड़ी भीड़ और लगातार हो रही खरीदारी से साफ है कि इस बार दिवाली पहले से कहीं ज्यादा धूमधाम से मनाई जाएगी। व्यापारियों को उम्मीद है कि त्योहार के इस सीजन में बिक्री नए रिकॉर्ड छूएगी। स्वदेशी उत्पादों की बढ़ती लोकप्रियता ने न केवल बाजार की रौनक बढ़ाई है, बल्कि स्थानीय कारीगरों और छोटे व्यापारियों को भी राहत दी है।

 
									 
					