कई नेताओं के मंसूबों पर फिरेगा पानी, कुछ नेताओं की लग सकती है लाटरी
उत्तराखण्ड सत्य,रूद्रपुर
अक्टूबर में संभावित निकाय चुनावों में इस बार आरक्षण का गणित बदलने जा रहा है, जिससे कई सीटों पर चुनाव लड़ने का सपना देख रहे नेताओं के मंसूबों पर पानी फिर सकता है, जबकि कई नेताओं की लाटरी लग सकती है। प्रदेश में अक्टूबर में निकाय चुनाव होना लगभग तय हो चुका है। बीते दिनों धामी कैबिनेट की बैठक में ओसीसी आरक्षण में बदलाव को लेकर एक्ट व नियमावली में संशोधन के विधेयकों पर मुहर लगाई जा चुकी है। अब सभी निकायों में एससी एसटी की तर्ज पर आबादी के हिसाब से ओबीसी को भी प्रतिनिधित्वमिलेगा। कही आरक्षण 14 प्रतिशत से अधिक तो कही कम हो जायेगा। विधेयक पर मुहर लगने के बाद सभी नगर निकायों में एकल सदस्यीय समर्पित आयेाग की सिफारिश के तहत ओबीसी आरक्षण लागू किया जायेगा। एकल सदस्यीय समर्पित आयोग की सिफारिशों के तहत सभी निकायों में मेयर डिप्टी मेयर, चेयरमैन पालिकाध्यक्ष नगर पंचायत अध्यक्ष से लेकर पाषर्द, सभासद, वार्ड सदस्य तक की सीटों में इजाफा होने जा रहा है। निगमों मेयर का आरक्षण 14 प्रतिशत से बढ़कर 18.05 प्रतिशत, पालिकाओं में अध्यक्ष का आरक्षण 14 प्रतिशत से बढ़कर 38.97प्रतिशत हो सकता है। कुल सीटों के मुकाबले आरक्षित सीटों की संख्या 50 प्रतिशत से अधिक नहीं होगी। निकायों में होगीसी आरक्षण 14 प्रतिशत तक बढ़ जायेगा। नगर ि नगम में उधम सिंह नगर के रूद्रपुर में 19.03, काशीपुर में 38.62 प्रशित, हरिद्वार जनपद के हरिद्वार में 20.90 प्रतिशत औररूड़की में 36.20 प्रतिशत, नैनीताल जनपद के हल्द्वानी में 18.42 प्रतिशत आरक्षण होगा। मैदानी जिलों में केवल देहरादून में 14 से कम यानि 11.92 ओर ऋषिकेश में 9.06 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण की संस्तुति की गयी है। पार्वतीय जिले पौड़ के कोटद्वार में 6.52 प्रतिशत औरश्रीनगर में 5.51 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण की सिफारिश है। पालिकाओं के हिसाब से देखें तो देहरादून की विकासनगर में 22.93 प्रतिशत, डोईवाला में 34.82 प्रतिशत, मसूरी में 12.23 प्रतिात, हरिद्वार की मंगलौर सीट में 67.73 प्रतिशत, लक्सर में 36.04 प्रतिशत, शिवालिकनगर में 14.91 प्रतिशत, उधम सिंह नगर की गदरपुर में 37.85 प्रतिशत, जसपुर में 63.52 प्रतिशत, बाजपुर में 32.59, किच्छा में 46.05, सितारगंज में 49.11, खटीमा में 34.69, महुआखेड़ा गंज में 62.41 और नगला में 26.16 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण की सिफारिशकी गयी है। चमोली के गौचर, कर्णप्रयाग, टिहरी के देवप्रयाग, पौड़ी गढवाल के पौड़ी व दुगड्डा, पिथौरागढ़ के पिथौरागढ़, डीडीहाट, गंगोलीहाट, बेरीनाग, चंपावत जिले के चंपावत, लोहाघाट, अल्मोड़ा, जिले के अल्मोड़ा, रानीखेत, बागेश्वर, जिले के बागेश्वर, नैनीताल जिले के नैनीताल भवाली पालिकाओं में ओबीसी का आरक्षणदस प्रतिशत से काफी कम है। सिफारिश के हिसाब से आरक्षण लोगू होगा। बशर्ते एससी, एसटी व ओबीसी का आरक्षण कुल मिलाकर 50 प्रतिशत तक ही रहे।